भली लड़कियां बुरी लड़कियां: एक नजर दिल्ली पर, एक जद्दोजहद वाला नज़रिया

वह किताबें दिल के बड़े करीब होती है, जो आपको सोचने पर मजबूर करे, और अक्सर लिखने को भी। “भली लड़कियां बुरी लड़कियां” अनु सिंह चौधरी द्वारा लिखित उपन्यास एक ऐसी ही किताब, ऐसी ही कहानी है! Continue reading भली लड़कियां बुरी लड़कियां: एक नजर दिल्ली पर, एक जद्दोजहद वाला नज़रिया

मातृभाषा हिंदी!

ये जो भाव दिल की धारा से निकलकरपन्नों की धरा पर आते है ना, ये अपने साथ भावों के अलावा लाते है कुछ जज़्बात, कुछ आशाएं, कुछ उम्मीदें, कुछ अपनापन और ये अपनापन जब एक दिल से निकलकरदूसरे दिल में अपनी राह बनाता है ना,प्यार का संगम वहीं होता है,और इस संगम की साक्षी, सखी … Continue reading मातृभाषा हिंदी!

प्राची त्रेहन द्वारा लिखा गया उपन्यास “तुम से मुझ तक” की समीक्षा

इस कहानी को सिर्फ एक श्रेणी में बांध देना, इस कहानी के साथ नाइंसाफी और बेईमानी होगी।

प्राची त्रेहन द्वारा लिखित ये उपन्यास, अपने सफ़र में कई पहलुओं को होकर गुज़रता है। इस किताब के बारे में विस्तार से जानने के लिए, पढ़ते रहिए यह किताब समीक्षा। Continue reading प्राची त्रेहन द्वारा लिखा गया उपन्यास “तुम से मुझ तक” की समीक्षा

मनोज रंजन त्रिपाठी की किताब कोड काकोरी की समीक्षा

मीडिया जगत के जाने माने शख़्सियत मनोज रंजन त्रिपाठी जी की पहली किताब – कोड काकोरी की समीक्षा Continue reading मनोज रंजन त्रिपाठी की किताब कोड काकोरी की समीक्षा